मैं जी रहा कुछ इस तरह नहीं सकता अब और दर्द सह बस एक दुआ तु खुश रहे हमारा क्या , हमारी आँखें तो अश्क ही देती है वो फिर तेरे खुश रहने के हो या तेरे चले जाने के हो,तेरे चले जाने के हो तेरा एक इकरार मेरी जिंदगी बदल देता लेकिन अब अवशेष मात्र बचे है,क्योंकि तेरा इन्कार मेरी जिंदगी बदल गया मुझे अंदर तक झकझोर गया :-Jaswant "pk" दिल का दर्द