यूँ ना देख मुझको कहीं इश्क़ ना हो जाये.. यूँ मौसम की तरह ना बदलो कहीं बे मौसम बरसात ना हो जाये. यूँ पास आकर बैठ जाना तेरा कहीं मुझसे कोई गुस्ताखी ना हो जाये. यूँ ना देख मुझको कहीं इश्क़ ना हो जाये.. यूँ मोहब्बत की बातें ना कर मुझसे कहीं इज़हारे दिल ना हो जाये. यूँ तो इश्क़ है मुझे काग़ज़ और कलम से. कहीं तुम्हारी काग़ज़ से बैर ना हो जाये. यूँ ना देख मुझको अहमद हुसैन कहीं इश्क़ ना हो जाये.. #quote #Ahmadhussain #NojotoHindi #poetry #lovequotes