दिखावे वाली मुस्कान डरावनी सी होती है आंखों में आंसू छुपा होता है अंदर से बिलख रही होती है होठें ठिठुर रही होती हैं उपर से मुस्कुरा रही होती हैं रुह तड़प रही होती है नाटकी खशी बयां रही होती है मौत से डरावनी होती है दिखाई मुस्कान देती है लेखक हेमंत झा #alone #smile Anjana Bhati