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पांच अप्रैल क्या दिन था अनोखा भारत के हर कोने में

पांच अप्रैल क्या दिन था अनोखा
भारत के हर कोने में जब
जल उठा दीपो का मेला
पटाखों की गूंज लिये
था अम्बर भी कर रहा सवेरा
चांद भी पूर्ण उदित हुआ था
अन्धकार से लड़ रहा था
अनेकता वाले भारत में वो
एकता के भाव भर रहा था
कहीं टॉर्च, कहीं मसाल जला था
कोरोना से इन्सानियत बचाने को
बहुत बड़ा संग्राम चला था
ना छोटा, ना कोई बड़ा था
अखण्ड भारत हूं कहलाने को
पूरा हिन्दुस्तान खड़ा था।

नीरज की कलम से.. #lockdown Ajay gupta Indresh Yadav MONIKA SINGH suhani jaiswal kavika /V upadhyay
पांच अप्रैल क्या दिन था अनोखा
भारत के हर कोने में जब
जल उठा दीपो का मेला
पटाखों की गूंज लिये
था अम्बर भी कर रहा सवेरा
चांद भी पूर्ण उदित हुआ था
अन्धकार से लड़ रहा था
अनेकता वाले भारत में वो
एकता के भाव भर रहा था
कहीं टॉर्च, कहीं मसाल जला था
कोरोना से इन्सानियत बचाने को
बहुत बड़ा संग्राम चला था
ना छोटा, ना कोई बड़ा था
अखण्ड भारत हूं कहलाने को
पूरा हिन्दुस्तान खड़ा था।

नीरज की कलम से.. #lockdown Ajay gupta Indresh Yadav MONIKA SINGH suhani jaiswal kavika /V upadhyay