कैसी ये हैवानियत हो गयी । जो फिर एक लड़की खाक हो गयी।। जब ऐसा दुष्कर्म करने की सोच इनके मन मे आती है। क्या तब कभी इन दरिंदो को अपनी माँ - बहन याद नहीं आती है ।। अगर ये दुष्कर्म किसी पार्टी के नेता ने किया होता। तो विपक्षी पार्टी का हर एक आदमी मुर्दाबाद के नारों के साथ सड़को पर खड़ा होता।। अगर हर एक पार्टी का एक नेता भी इन बलात्कारियो के विपक्ष में खड़ा होता। तो कोर्ट में जज के पास बलात्कारियों को मौत देने का आदेश होता।। क्या सरकार अपना कानून बदलेगी। या फिर हर एक लड़की ऐसे दरिंदो की हैवानियत का शिकार होते रहेगी।। किसी की बेटी मर जाए तो मर जाए। मगर डर तो ये है कि कहीं न्यूज़ चैनलों की t r p न घट जाए।। कब तक इन घटनाओं का खात्मा होगा। कब तक बेटियों को दबे पाँव घर की चार दिवारी में रहना होगा।। अगर सही मायने में न्यूज चैनलो और नेताओं को वाहवाही चाहिए। तो न्यूज चैनलों पर बस कानून बदलने की बात होनी चाहिए। नेताओं को कानून न बदलने तक इस्तीफा देना चाहिए। मोदी जी अब अच्छे दिन नहीं चाहिए। बस हर घर की लड़की सुरक्षित रहनी चाहिए।। राहुल जी साल के 6000 नहीं चाहिए ।। बस अब ये कानून बदलना चाहिए।। अब बलात्कार होने से पहले से पहले उन दरिंदो का सर क़लम होना चाहिए।। अब ये कानून बदलना चाहिए,अब तो ये कानून बदलना चाहिए।। #lalit_kumar_arya Ranikhet,india please share as much.. ये poemवहाँ तक पहुँचे जहाँ से कानून बदल जाये। और हर एक लड़की सुरक्षित हो जाये।।। #poem_priyanka_reddy