अपने हिस्से में यूं तीरगी करना । चराग की मानिंद रोशनी करना । मुकद्दर में ये लिखाकर लाए थे अजीम । अल्फाजों को सजाना, सुखनवरी करना । azeem khan # अपने हिस्से में यूं तीरगी करना#