हमने सोचा था की वो आएँगे कभी, हम भी दिल की महफ़िल सजाएंगे कभी, अब तो लगता है की इंतज़ार में ही कटेगी उम्र , उनके; और इसी वीराने में हम भी मर जाएंगे कभी, बड़ा इतराता फिरता था, उसकी वफ़ा के गुमान में, अब यही कहके हंसी उड़ाएंगे सभी; अपने आशियाने को रोशन करे वो, आसमां के सितारों से, हम तो अपने घर में चराग भी नहीं जलाएंगे कभी। उसने मुझे छोड़ दिया तो क्या हुआ, हम भी उसे भूल जाएंगे कभी।