Nojoto: Largest Storytelling Platform

रिश्ते तो अब रहे ही नहीं, बस पैसा ही रह गया है। भ

रिश्ते तो अब रहे ही नहीं,
बस पैसा ही रह गया है।

भाई _भाई से पूछता है,
तेरी ओकात क्या है।

बाप भी अब ज्यादा कमाने वाले,
बेटे की इज़्ज़त सारे समाज में जताता है।
कम कमाने वाला बेटा  उसका सिर्फ
नोकर बन कर रह जाता है।

ज्यादा कमाने वाले बेटे की बहु  सिर में जूती,
और हाथ में रोटी देती है ।
फिर भी वो बहुत अच्छी कहलाती है।
और जो मान सम्मान से रोटी खिला रही,
फिर भी उसकी बुराई करके 
सारे जग में तमाशा उसका बनाया जाता है 

रिश्ते तो अब रहे ही नहीं,
बस पैसा ही रह गया है।

©Labhanshi Agrawal(writer) #paisa #rishte #hatefakepeople
रिश्ते तो अब रहे ही नहीं,
बस पैसा ही रह गया है।

भाई _भाई से पूछता है,
तेरी ओकात क्या है।

बाप भी अब ज्यादा कमाने वाले,
बेटे की इज़्ज़त सारे समाज में जताता है।
कम कमाने वाला बेटा  उसका सिर्फ
नोकर बन कर रह जाता है।

ज्यादा कमाने वाले बेटे की बहु  सिर में जूती,
और हाथ में रोटी देती है ।
फिर भी वो बहुत अच्छी कहलाती है।
और जो मान सम्मान से रोटी खिला रही,
फिर भी उसकी बुराई करके 
सारे जग में तमाशा उसका बनाया जाता है 

रिश्ते तो अब रहे ही नहीं,
बस पैसा ही रह गया है।

©Labhanshi Agrawal(writer) #paisa #rishte #hatefakepeople