किताबें किताब के पन्ने तो सिर्फ वही दिखती है, जो खुली आँख से हम देख पाते हैं। न जाने कितने दिन लगते हैं लेखक को उन पन्नो से आँसू सुखाने में। #kitabein #NojotoHindi