चांदनी रात के ख़ामोश तारे को पता है चांदनी रात के खामोश तारे को पता है , ये किसी और कि नहीं बस मेरी ही खता है , मैंने ही तो किया है इश्क़ तुझसे ये बात धरा के हर ज़र्रे ज़र्रे को पता है । ..........✍️देवकरण #इश्क़