वो नूर की आयात है रंगों से लिखी सहर की मुस्कुराहट की तरह जिसका इत्तेदा भी रोशनी है और इंतहाँ भी वो जादूगरी है रेशम सी सादगी लिए गौहर सी पाकीज़गी लिए महताब सी ज़ीनत लिए वो दुआ भी है सलत भी है हज भी है ख़ुदा भी है वो नूर की आयात है रंगों से लिखी सहर की मुस्कुराहट की तरह जिसका इत्तेदा भी रोशनी है और इंतहाँ भी वो किरणों से लिखी इबारत 25 वो #kavishala #hindinama #tassavuf #skand #subah_ka_khyal #subah_ki_dhoop #wo_kirano_se_likhi_ibarat #mikyupikyu #वो_किरणों_से_लिखी_इबारत