ज़िंदगी अपनी है,पर बेगानी सी लगती है, अपने ही लब्ज़ों में कहानी सी लगती है कल जब वो साथ थी,तो जुबाँ से ज़िक्र न होता था, अाज जो वो चली गयी,तो बेमानी सी लगती है..!! उसकी खुशबुओं का एहसास,भींगोती है आकर मुझे उसके रूहों की आवाज़,जगाती है आकर मुझे, उसके जाने का अंदाज़ भी एकदम अजीब ही लगता है, हज़ारों मिल का फासला भी एकदम करीब ही लगता है.. मैं वापस चाहता हूँ,पर बता नहीं सकता, प्यार तो करता हूँ,पर जता नहीं सकता उसका हुस्न,मेरा इश्क़ है की शायद.. वो आ नहीं सकती,मैं बुला नहीं सकता..!! उसके जाने का अभि ज़िक्र बाँकि है.. वो चली गई पर फ़िक्र बाँकी है, चलो ढूंढे की उसको बताना है शायद.. वो जाकर भी अभी मुझमें बाँकी है शायद..!! #nojoto,#nojoto_love,#A_love_story _of..😌