हार मान जाऊ वक़्त के आगे, इतना तो कमजोर नहीं हूँ ठोकरे तो मिलती ही हैं, बस जख़्मी हूँ मरा नहीं हूँ जब तक साँस हैं आस भी हैं, अभी मुश्किलों से डरा नहीं हूँ ज़िद्द हैं मंजिल पाने की, "अलग" राही हूँ कही खड़ा नहीं हूँ #zid #वक़्त #sukhbirsinghalagh #Nojoto #Nojotohindi