एहसास ही तो है जो अल्फ़ाज़ बनकर जो उनके दिल को छूकर उनके दिल मे बस पाये, वरना कोई ताकत नही इस जहान में जो हमारी रूह को उनके दिल के चौखट पर भी ले जा सके kunwarsurendra एहसास ही तो है जो अल्फ़ाज़ बनकर जो उनके दिल को छूकर उनके दिल मे बस पाये, वरना कोई ताकत नही इस जहान में जो हमारी रूह को उनके दिल के