बलिदानी हुआ जंग में बेटा, कौन उसे समझाता बिलख-बिलख कर रोई मइया, कौन कहेगा माता! कहती थी जिसको दिल का टुकड़ा कहती थी जिसको कलेजा हाथ से अपने टीका लगाकर जंग में उसको भेजा देख के बर्दी मन माता का अंदर से इतराता कौन उसे समझाता, कौन कहेगा माता बलिदानी हुआ जंग में बेटा.... सिंह की भांति गरज गरज कर रिपु का रक्त बहाया भारत माँ के चरणों में फिर अपना शीश चढ़ाया गरज से उसकी दिल दुश्मन का अबतक है थर्राता कौन उसे समझाता, कौन कहेगा माता बलिदानी हुआ जंग में बेटा.... शौर्य और आँसू का बादल आसमान में छाया राष्ट्रध्वजा में लिपट के बेटा गांव में वापस आया खेल नियति का हाय माँ को कुछ भी समझ न आता कौन उसे समझाता, कौन कहेगा माता बलिदानी हुआ जंग में बेटा.... - अमृतेश ©Anushka #patriotic #patriotism