धीरे-धीरे ही सही, मगर उनके जेहन से उतर रहे है हम। जानते है एक दिन "बेगाने" हो जाएंगे हम और हमारी यादें उनके लिए, फ़िर भी बेवजह ही उनके यादों की तपिश में जल रहे है हम। कहीं किसी राह पर मुलाक़ात ना हो जाए, फिर से उनसे। यही सोच कर, दर्पण के सामने खुद को सवार रहे है हम। है मालूम हमे इतनी "मोहब्बत" ठीक नहीं उनसे। कभी-कभी तो लगता है, खुद को खो कर उन्हें अपने रूह में उतार रहे है हम। "काश" शब्द पे ज़िन्दगी रुक गई है कहीं। सपने झूठे ही तो है, मगर उन सपनों को भी खोने से डर रहे है हम। चाहें हम ज़िन्दगी के आख़िरी मुकाम पे क्यू न हो, मगर पलट के नहीं देखेंगे हमारी ओर एक बार भी वो। और हमारा हाल कुछ ऐसा है कि, हर रोज़ उनपे अपनी सांसे हार रहे है हम।। -Anushka Anand #apni_sanse_haar_rhe_hai_hum #kaash #nojotopoem #loveQuotes #mere_alfaaz