माना कि समुंदर की लहरों के जैसे ऊंचाई नहीं मेरी.. पर हर किसी के रूह में घर कर जाउं ऐसी ताबीर है मेरी.. शौक ही तो शख्सियत है मेरी .. दौलत का क्या है आज है कल नही.. पर सुकुन में हूँ यही इनायत है खुदा तेरी.. प्रियंका कार्तिकेय #gif सबबब-ए-फख्तियार