हर "दर्द" को सीने में छुपाये रखना,
हर वक़्त एक "कसक" बनायें रखना।
किसी से #गुज़ारिश की जरूरत ही नहीं,
अल्फ़ाज़ों को "दायरे" में साज़ये रखना।
जल्दी कस्तियाँ #मंझधार में नहीं फ़सती,
बदलती "हवाओं" पर नज़र जमाये रखना। #सुप्रभात#जितेन्द्र777#महाराष्ट्र_का_नाटक