रस्ता और गाँव बड़ी सुंदर लगती थी ,वह गांव की लड़की उसके आंखों में भोलापन था ,और चेहरे में थी सादगी गांव के हर रास्ते में करते थे ,हम ही उनका इंतजार बदलता रहा समय ,बदल गई वह पर खुद को ना बदल सके हम --vkumar gaw ko gori