फ़िक्र-ए-सितम में आज ऐसे दर-ब-दर हुए , ख्वाब-ए-खुशी ही मिट गई , इस कदर हुए ! छोड़िए ये सुर्ख़ आँखें , ये तो कुछ नहीं बे-मुहाबा दिल जला , ऐसे असर हुए !! तल्ख मंज़र देख के हमने हवाओं का इश्क़ चाहत क्या , सभी से बेखबर हुए ! रंज-ओ-ग़म न पूछिए , अब इस फ़साने का ... बे-सबब दिल पे सितम तो हर पहर हुए !! —Shikha✍️ #Sitam #myword #ghazal #Poetry #सितम #गजल #Shikhasharma #Nojoto #nojotohindi #nojotoenglish Tezmi_queen indira कवि राहुल पाल Varsha Singh Baghel(शिल्पी)