हुस्न-ए-परी , हुर-ए-बहिश्ती , इल्म नही मशीय्यत है ख़ुदा की अरफ़ान राकिब हूँ रहवार पर मगर तूफान है ऐसा , ख़ुदा तू दे नूह की कश्ती हुस्न-ए-परी :- beautifull angel हुर-ए-बहिशती :- जन्नत की परियां मशिययत :- all ऑफ God ( सब कुछ ख़ुदा का है ) राकिब :- सवार रहवार :- घोड़ा नूह :- इस्लाम के एक नबी ( नूह अलैहिस्लाम )