में उन्हें चाहता हूं जिसे, जिन्हें कोई और भी चाहता हैं l उनसे मिलने जाऊ में तो, उन्हें मिलने कोई आया रेहता हैं l बचपन से ही मैंने उनको, अपने दिलमें बसा लिया था l उन्होंने भी कुछ सौचके, नाचाहते खूदसे दूर किया था l दूर भलेही हुये थे हम, मगर दिलसे बोहोत करीब थे l मेरे संग दुनिया भी उनकी दिवानी, उनके सचमें क्या मिठे नसीब थे l एक दिन वो खुद आए मिलने, कहाकी जोभी दिलमें है उसे बोलदो l खुशी इतनी थी मुझे की लगा, आज ही सारे के सारे राज खोलदु l बांते मेरी सुनके पल भरमें, आँखे उनकी भरने लगी l गलेसे लगा लिया तूरंत मुझे, मेरीतो मानलो जन्नत ही सजी l आप क्या सौचते हो पता नहीं, मगर हकीकत तो यही हैं l हा में उन्हें चाहता हूं जिसे, पुरी दुनिया पापा केहती हैं l #NojotoHindi #Poem #intelligence # Lakshmi singh Lakshmi singh Vanraj kumar Faguni Verma Harishita Singh Sweta Kushwaha