#OpenPoetry तुम्हरा मेरा मिलना था ऐसे,खुदा ने कुछ सोच रखा हो ज | तुम्हरा मेरा मिलना था ऐसे,खुदा ने कुछ सोच रखा हो जैसे, पहली नजर मे ना जाने क्यो तुम लगे जाने पहचानने से, तुम थे तो अन्जान पर क्यो ना लगे बेगाने से, तुमने कहा मुझे देख कर तुम्हे किसी की याद आई, या मैने तुम्हारे दिल मे कोई घंटी बजाई, फिर बातों का सिलसिला शुरू हुआ ऐसे , जैसे बरसों से बातें करने को तरस रहे हो जैसे, कुछ ही दिन मे एक दुसरे को जान गए हम, जैसे दिल हिं दिल मे अपना मान गए हम, आजकल की दुनिया मे कौन दिल से प्यार निभाता है, तुमसे मिलके लगा जैसे हमरा पुराना नाता है, तेरे गम दुर कर तुझे हसाना चाहते है l #nojotohindi #poem#love#care#ishq#maa#modi#election#article370#3talaak Pragati Maurya