इस बेजान शहर में घर कई होंगे , किसी के दरवाजे पे दस्तक दो , देखो जरा इंसानियत जिंदा है कि नही। और किसी अपने से मिलकर आओ तो बताओ मुझे , वो अब भी तुम्हें पहचानता है कि नही। इस शहर की काबिलियत पर शक क्यों किया जाए , जो मांगता है ये ,इसे सबकुछ दिया जाए , गर इसकी चाहत है गांव को वीरान करना , तो इस शहर को फिर जला दिया जाए। ©VINOD DUBEY◆SYAHII◆ #Nojoto #nojotohindi #nojotoquote #nojotoenglish #nojotonews #nojotopoetry #nojotoshayari #nojotoLove #City Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"