✍✍ फिर से लिखा जाए 📖 📖 कुछ दर्द को छुपाने के लिए ,तो कुछ उनके लिए लिखा जाए बेशक लिखते नहीं है हम कभी ,कहीं बिना कुछ कहे ही न मर जाए इसलिए आज उनके लिए ,कुछ लिखा जाए तेरे जाने के बाद क्या हाल हुआ हमारा, ये बतलाने के लिए लिखा जाए थोडा बेकरार होकर, थोडा लफ्जों में प्यार लेकर लिखा जाए चलो आज फिर कुछ लिखा जाए कहीं तुम अँजान ही रह जाओ ,इसलिए कुछ यादगार लिखा जाए पढ़कर बेजुबान भी बोल जाए, कुछ इस कदर लिखा जाए तुमसे इजहार भी न कर पाए ,इसलिए आज बेशुमार लिखा जाए बेवजह ये बैचैनी बढ़ जाती है ,कुछ चैन पाने के लिए लिखा जाए तुम्हारे लिए क्या कया ख्वाब सजाएँ ,उन्हें हकीकत बनाने के लिए लिखा जाए मगर आज फिर से लिखा जाए खिलाडी तो अच्छे है मगर, तुम्हारी भावनाओ के साथ खेल नहीं पाए सच की राह पर चलते रहे ,शायद इसीलिए खुद को साबित कर नहीं पाए तुम्हारे लिए क्या क्या करते , ये तुम्हे समझा नही पाए प्यार तो बहुत था मगर, तुम्हे कभी बता नही पाए शायद तुम्हे अह्सास हो जाए, इसीलिए कुछ दर्द-ए-दिल लिखा जाए न जाने क्यू तुम्हारे अलावा, कोई और हमें पसंद ही नहीं आया बातें तो बहुत से हुई, मगर किसी और से दिल लग ही नहीं पाया खूबसूरत तो बहुत थे मगर, तुम्हारे आगे कोई नज़र ही नहीं आया सच कहूँ तो ,तुम वापस आओगे इसी उम्मीद में किसी से दिल ही नहीं लगाया काश ये उम्मीद पूरी हो जाए, चलो इसी उम्मीद में लिखा जाए मगर आज फिर से बेइंतहा लिखा जाए -----Further remained continue .......@Alphastreetsayari ©Alphastreet #reading