दिन ढल रहा है और सर्दी वाली रात फिर से आयेगी सब सो जायेगें अपनों घरों में लेकिन मुझें नींद नहीं आयेगी । क्योंकि मैं वो ही हूं जिसको तुम देखते को ठिठुरती हालत में जिसकी चांद को देखते हुए शायद ये रात भी गुजर जायेगी ।। - विनीत तोमर शायद ये रात भी गुजर जायेगी ..? #nojoto_Status #nojoto_story #vineettomar_Shayari