ये कैसी दिल की धड़कन है बैठकर चैन है न लेटकर चैन है ऐ खुदा मुझे तू ही सुला दे मेरी जान जिन्दा रहकर बहुत बैचेन है काला बिलासपुरी #Art Vasudha Uttam chanu meena निज़ाम खान ✍️ indu singh Surjit sabir✍️