हाल-ऐ-दिल कभी बता न सकें था प्यार लेकिन जता न सकें चाहा उसे पर पा न सकें दिल तो है खेल टूटने का किसी का तोडा और अपना बचा न सकें। दिल के अरमान आँसूओ में बह गये!