मत आजमा जवानी और जोश किसी बेबस लाचार पर कुछ पल और हव-ऐ-सुकून के लिये किसी को ताउम्र बरबाद मत कर डर उस खुदसे जो शर्मीन्दा है तुझे इन्सान बना कर इंसाफ जब होगा उन चिख-ऐ-दर्द का तो आग होगी तेरे जीसममे और जलेगी 'तेरी रुह तक #JusticeAndRevenge