Unsplash शाम की हसीन तन्हाइयाँ फिर दिखने लगी ये परछाइयाँ दिल का खुमार कागजों में लिख रहे है हम चले आओ, तुम्हे शिद्दत से…. याद कर रहे है हम…. ©हिमांशु Kulshreshtha चले आओ..