काश मुझे देखने का नज़रिया सबका तुम सा होता तो सबसे इश्क़ कर बैठते हम काश तुम जैसा सुकून हर कोई देता तो सबसे मिलने की ख्वाहिश रखते हम काश तुम जैसा काबिल-ए-ऐतबार हर कोई होता तो सबसे रिश्ता रखते हम काश न ऐसा हो न ही सोचना पड़े तो तुम्हारे ही बनकर रह जाते हम काश!