माता-पिता उस समय हताश हो जाते हैं जब उनके बच्चे कहते हैं कि आपने हमारे लिए क्या क्या है। उन्हें क्या पता और सर्दियों की रातों में रात भर जागा करते थे बस तुम्हारे लिए,कहीं तुम्हें सर्दी ना लग जाए। अचानक से छींक भी आ जाए तो उसके लिए हजारों उपाय करती थी। उनके दिल पर क्या बितती है , तब जानोगे जब तुम्हारे बच्चे स्वयं तुमसे कहेंगे कि आपने हमारे लिए किया क्या है। तब अपने माता-पिता का एहसास होगा।