टूटे सपने, टूटे इरादे अपनो से भी साथ छूटे दोस्त दुनिया दारी अब ना रही हमारी आज वह महबूबा जो प्यार के जिस्म पर झुलाया करती थी आज वही क्यूं हमे हर पल ठुकराया करती है पर अभी जीवित हम है हमारे दिल मे अभी नफरतो का न उदगम है पूछ लो उन हवाओं से जो गुज़री मेरे वक्त से कि मेरे सपनो मे सपने कितने कम है जंदगी जीने का तरीका ही अब हम है pushkar samele नयनसी परमार #love #inspiration #dream #aim #nature #poem #shayari #facebook #pushkar #adult plz focus at your aim .....