हूर से होंगे बहुत , तुम्हारी सादगी कम नही।
मोहब्ब्त इक्तेफाक थी, अब होगी कम नही।
तरसती निगाहें उनकी छुटियों का इंतजार करती है,
सरहद पर बेटा भेजने वाले की हिम्मत, फौजियों से कम नही।
गलतियों पर डांटते- डांटते मुझे खुद रो देती है।
मेरी माँ भी किसी मासूम बच्चे से कम नही।