इस बंजर जमीन पर न जाने कहाँ खो गया आसमां हर तरफ तलाश उन यादों की थी जिसके साये में गुजरी मेरी जिन्दगी थी चलता रहा वकत अपनी रफतार लिए कहाँ थमी वो जिंदगी मेरे लिए जब जरूरत मुझे उसकी थी बस आज निशान बाकी है मेरे पास उन कदमों के यहाँ कभी चलते थे तुम मेरे साथ मेरा हमसफर बनकर । #footprints