अपने ही हैं जो हँस रहे हैं दिल को तोड़ के–2, सब जा चुके हैं साथ मेरा छोड़ - छोड़ के, किससे करू शिकायतें, किससे गिला करू, रूठा नसीब जब हो खड़ा मुँह ही मोड़ के, और न तो है,मंजिल कोई, न कोई रास्ता, किससे करू मैं गुजारिश हाथ जोड़ के–2...!! #hope #success #2liner #meeting #love Suman Zaniyan Dp_Dips..🖋💖