****** #वो आ जाती है# ******* हर रात मेरे यादों संग खेलने वो आ जाती है। हर रात मेरे बाहों में खोने वो आ जाती है। यादों संग खेल के जब थक जाती है खुद में, थक-हार के फिर मुझमें सोने वो आ जाती है। नादानियाँ सरेआम हो जायें महफ़िल में उसकी, खुद को माफ करने मेरे पास रोने वो आ जाती है। किसी और का गुस्सा मुझपे उतार के , फिर खुद ही मुझको मनाने वो आ जाती है। रूठ जाए जब कभी मुझसे वो किसी बात पे, निगाहें झुका के मुझको बुलाने वो आ जाती है। कैसे कह सकता हूँ कि अब नहीं है वो साथ मेरे, तसव्वुर में ख्यालों संग फेरे लेने वो आ जाती है। ****** #वो_आ_जाती_है# ******* हर रात मेरे यादों संग खेलने वो आ जाती है। हर रात मेरे बाहों में खोने वो आ जाती है। यादों संग खेल के जब थक जाती है खुद में, थक-हार के फिर मुझमें सोने वो आ जाती है।