अगर कुछ शख्स अपने चेहरों से नकाब ना उतारते,, तो हम इस तरह तङप कर लाचारी से ना हारते,, शतरंज के खेल को तो यूँ ही बदनाम किया जमाने ने,, देखना उस खेल में भी अपने प्यादे अपनों को नही मरते,, खुद से अनजान आयुष