तिश्नगी है आज देखो समुंद्र को भी, शायद! इन्तज़ार में है वो भी एक बूँद आब-ए-हयात के.... -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #मंजुलाहृदय #apjabdulkalam #nojotowriter #Rekhasharma #Oct 16th, 2020 @01:35 am