City अब इस शहेर में दिल नही लगता जिसकी हवाओं में ही बईमानी है यहाँ आकर क्या मिला कमबख्त जो था वो भी गवाँ बैठे इससे अच्छा तो मेरा गाँव था भले सड़के कच्ची पर इन्सान तो सच्चे थे _Soor #City #soor_wordss