हो किरदार कोई भी... सबकी इक कहानी है, दौलत है, शोहरत है... नहीं आंखों में पानी है । मुझे ही देखते हैं... मुझको यूँ बर्बाद करके वो, वो हैरां हैं, नहीं क्यूं अब तलक.. मैंने यूँ अपनी हार मानी है । तेरा सुख या मेरा दुःख... भला ये कब ठहरते हैं ? हवाएं सर्द गर्म सी हैं... ये बस आनी जानी हैं । मंजिल मौत है सबकी... उधर ही जा रहे हैं सब, गुमां जिस ज़िंदगी पे वो... चंद रातों की मेजबानी है । //---//--शिवम मिश्र "मुसाफ़िर" #NojotoQuote Feelings Direct Dil se... #दिल, #shayari #शेर #ग़ज़ल #असरार #truthOfLife