आज सूबह बाजार गया , इक दुकांन से मै कुछ खरीद ही रहा था कि,,, इक औरत अपनी 3-4 साल कि बच्ची के साथ वहा आई , वह बच्ची मुझे देखकर मुस्काई,, उसकी हसी, उसका चेहरा,, बिल्कुल छोटी बहन जैसी थी मेरी,, मेने भी आगे बढकर, मुस्कुरा कर, उसके सर पर हाथ फेरा और उसका नाम पुछा, तभी उसकी मा ने देखा, और बच्ची को झट से अपनी तरफ खीच लिया,, मे सहम गया, थोडा डर भी गया,, पुरे रास्ते सोचता रहा की आखिर उस मां ने ऐसा क्यु किया,, घर आया..तभी मेरी नजरे उस आज के अखबार पर गई,, पहले पृष्ठ पर,, बडे बडे अछरो मे लिखा हुआ था,, "3 साल कि मासुम से 21 साल के लडके ने किया दुस्कर्म " मेरी आखों मे गुस्सा था, तब बात समझ आई,, शायद उस मा ने,,वो आज का अखबार पढा था,,, 😢 इसांनियत भी आज कही छुपकर रोने लगी है, शायद आज मुझे अपने लडका होने पर भी शर्म आने लगी है,, 📝आकाश आखों मे तपिस, दिल मे गुस्सा, और ये शर्म, तब तक रहेंगी, जबतक दुस्कर्मी जिंदा है,,,😢 #some #lines #from #my #heart #hindi #nojoto