ग़ज़ल:- 22 22 22 22 22 2 हे बजरंगी द्वारे तेरे आये है, याचक बन खाली झोली फैलाये है। विपदा भारी छाई है ऐ हनुमंता, संकट हर लेकर बाबा अर्जी लाये है। हम अपराधी पर निर्बल है बाला जी, अतुलित बल के सागर हम सिर नाये है। संजीवन तुम बिन कोई नहि लायेगा, रघुनायक छवि हिय धर गाथा गाये है। अवगुण हम सबके मिट जाये सारे ही, घेरे दु:ख, रोगों के भीषण साये है। तांडव करते यम जीवन छति होती है, लाशों का पर्वत ये दिल दहलाये है। पीड़ा,चिंता हनुमत हर लो हम सब की, तनुजा विनती सुन नैना भर आये है।। ©ArchanaTiwari_Tanuja #hanumanjayanti 27/04/2021 हनुमान जयंती की आप सभी को शुभकामनाएं ईश्वर आप सभी की रक्षा करें...🙏🙏🙏 ग़ज़ल:- 22 22 22 22 22 2 हे बजरंगी द्वारे तेरे आये है,