जन् तंत्र कहें ,गण तंत्र कहें । हम इस देश के वासी हैं।। अब उम्मीदों का भारतुम्हें सौंपा है । ये भार हटे तकरार मिटे यह सोच बना सत्ता सौंपी । नईपीढी़ को नवल ज्ञान , मिटे अज्ञान ,हो सबका मान । हर भेदभाव ,मिटे अलगाव।। अब भार तुम्हें यह सौंपा है।।।