मिश्री सी घुलन लागी तेरी वो बातें मीठी मीठी, स्पंदन को तलाशें व्याकुल हो रहा तन -बदन, माना के तू हरजाई हैं क़फ़स में रहना चाहूं, ना जाने कौन मोहमंत्र किए हो हमपर बेरहम।— % & सहभागिता सभी के लिए खुली है ✍️ Dr Ritik Sheoran फ़ॉन्ट का साइज छोटा रखे 4 लाइनर है लिखे ya टू लाइनर इससे ज्यादा नहीं Collab ke bad पोस्ट में आकर done जरूर लिखे Result testimonial के द्वारा दिए जाएंगे