माफ़ी माफ़ी बस माफ़ी ही मांगी,दर्द किसी नें नहीं देखा, मरहम लेकर सब आऐ लेकिन,ज़र्ब किसी नें नहीं देखा, वक्त नें भी माफी मांगी,जैसा ढाला तु वैसा ही ढला, इंसान तो बड़ा अच्छा हैं तु,बुरा तो हमेशा मैं ही चला, मांगी माफी हर दुश्मन नें,मेरी तारीफ़ों पर तारीफ करी, जैसे चिता सें उठ आऊंगा,तारीफ़ मेरी इस माफीक करी, पर माफी सें क्या हो जाऐगा,क्या वक्त मेरा फिर लौट आऐगा, कतरा कतरा बहा आंखो सें,क्या रक्त मेरा फिर लौट आऐगा, लौटा सको तो बचपन लौटा दो,मेरी मां का आंचल लौटा दो, मुझे मेरे सारे अपनें लौटा दो,अधूरे मेरे सारे सपनें लौटा दो, नहीं हो सकता ना यह सब,बस फिर माफी मत मांगो, कुछ ना कहो ख़ामोश रहो,बस फिर माफी मत मांगो, बस फिर माफ़ी मत मांगो, #nosorry