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#मोहल्ले में #भंडारे करने से #बेहतर है कि #जरूरतमं

#मोहल्ले में #भंडारे करने से #बेहतर है कि #जरूरतमंदो को सूखा सामान बांटा जाएं !

जिससे #सोशल #डिस्टेंस के साथ साथ लागत भी कम आएगी और पके पकाएं भोजन के मुकाबले सूखा सामान लंबी अवधि तक चल जाएगा !

#भारत #हाईरिस्क पर है !* अगर हमने #सोशल #डिस्टेंस जैसी #व्यवस्था को तवज्जों नही दी और #वायरस #संक्रमण के आंकड़ों पर #नियंत्रण नही कर पाएं तो ये #लॉक #डाउन और लंबा चल सकता हैं !

#सैलरी #पर्सन के लिए #लॉक #डाउन से शुरू शुरू में #आर्थिक रूप से कोई दिक्कत नहीं आने वाली ! जो #दिहाड़ी #मजदूर है, #टैक्सी #चालक है, #ठेले वाले हैं या #छोटे #दैनिक #आय वाले #व्यवसाय पर #निर्भर #परिवार है उनके लिए बहुत बड़ी #दिक्कत हो जाएगी ! अगर #भारत 50 दिन से ज्यादा #लॉक #डाउन रहा तो #उत्पादन बंद होने से अभी #बाजार में उपलब्ध #माल भी खत्म हो जाएगा ! जो सीधा सीधा #काला #बाजारी व #ऊंची #कीमतों के होने का कारक होगा !

जब लोगो के पास पैसे ही नही होंगे तो मार्केट में मौजूद प्रत्यक्ष ग्राहकों की खरीददारी पर निर्भर सभी कंपनियों की सेल खत्म हो जाएगी ! कंपनियां घाटे के कारण बन्द होने की संभावनाएं बढ़ जाएगी ! जिससे उस कंपनी के कर्मचारियों के #बेरोजगार होने की संभावनाएं बढ़ जाएगी !

रोजगार व आय खत्म होने के बाद इसका सीधा असर *#अर्थव्यवस्था के रक्त संचार* कहे जाने वाले *फाइनेंस सेक्टर* पर पड़ेगा ! मार्केट में #NPA बढ़ेगा और इन्वेस्टर्स इन कंपनियों से अपना लगाया पैसा खींच लेंगे ! एक तरफ डूबते लोन और दूसरी तरफ #इन्वेस्टर्स के द्वारा पैसा खींच लेने से #फाइनेंस सेक्टर पूरी तरह तबाह हो जाएगा ! ये स्थिति मानव शरीर में रक्त दाब के उथल पुथल होने जैसी हैं ! फाइनेंस सेक्टर के रोजगार खत्म होने के साथ साथ फाइनेंस से जुड़े समस्त रोजगार पर खतरा मंडराएगा ! जिसमें ट्रांसपोर्ट (गुड्स & पब्लिक) सबसे पहले चपेट में आएगा ! इसके अलावा #ट्रांसपोर्ट पर निर्भर सभी व्यवसाय जिनका माल ट्रांसपोर्ट पर आता है कि लागत बढ़ जाएगी, छोटे व्यवसाय तबाह हो जाएंगे ! 
और *कई नकारात्मक प्रभाव आपके सचेत न रहने से देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले हैं !*

*इसीलिए आप सभी से करबद्ध निवेदन है कि सोशल डिस्टेंस का पालन करें , सरकारी निर्देशों के अनुसार ही कार्य करें !*

🙏🏻
*#नितेश #जावा* राहत कार्य
#मोहल्ले में #भंडारे करने से #बेहतर है कि #जरूरतमंदो को सूखा सामान बांटा जाएं !

जिससे #सोशल #डिस्टेंस के साथ साथ लागत भी कम आएगी और पके पकाएं भोजन के मुकाबले सूखा सामान लंबी अवधि तक चल जाएगा !

#भारत #हाईरिस्क पर है !* अगर हमने #सोशल #डिस्टेंस जैसी #व्यवस्था को तवज्जों नही दी और #वायरस #संक्रमण के आंकड़ों पर #नियंत्रण नही कर पाएं तो ये #लॉक #डाउन और लंबा चल सकता हैं !

#सैलरी #पर्सन के लिए #लॉक #डाउन से शुरू शुरू में #आर्थिक रूप से कोई दिक्कत नहीं आने वाली ! जो #दिहाड़ी #मजदूर है, #टैक्सी #चालक है, #ठेले वाले हैं या #छोटे #दैनिक #आय वाले #व्यवसाय पर #निर्भर #परिवार है उनके लिए बहुत बड़ी #दिक्कत हो जाएगी ! अगर #भारत 50 दिन से ज्यादा #लॉक #डाउन रहा तो #उत्पादन बंद होने से अभी #बाजार में उपलब्ध #माल भी खत्म हो जाएगा ! जो सीधा सीधा #काला #बाजारी व #ऊंची #कीमतों के होने का कारक होगा !

जब लोगो के पास पैसे ही नही होंगे तो मार्केट में मौजूद प्रत्यक्ष ग्राहकों की खरीददारी पर निर्भर सभी कंपनियों की सेल खत्म हो जाएगी ! कंपनियां घाटे के कारण बन्द होने की संभावनाएं बढ़ जाएगी ! जिससे उस कंपनी के कर्मचारियों के #बेरोजगार होने की संभावनाएं बढ़ जाएगी !

रोजगार व आय खत्म होने के बाद इसका सीधा असर *#अर्थव्यवस्था के रक्त संचार* कहे जाने वाले *फाइनेंस सेक्टर* पर पड़ेगा ! मार्केट में #NPA बढ़ेगा और इन्वेस्टर्स इन कंपनियों से अपना लगाया पैसा खींच लेंगे ! एक तरफ डूबते लोन और दूसरी तरफ #इन्वेस्टर्स के द्वारा पैसा खींच लेने से #फाइनेंस सेक्टर पूरी तरह तबाह हो जाएगा ! ये स्थिति मानव शरीर में रक्त दाब के उथल पुथल होने जैसी हैं ! फाइनेंस सेक्टर के रोजगार खत्म होने के साथ साथ फाइनेंस से जुड़े समस्त रोजगार पर खतरा मंडराएगा ! जिसमें ट्रांसपोर्ट (गुड्स & पब्लिक) सबसे पहले चपेट में आएगा ! इसके अलावा #ट्रांसपोर्ट पर निर्भर सभी व्यवसाय जिनका माल ट्रांसपोर्ट पर आता है कि लागत बढ़ जाएगी, छोटे व्यवसाय तबाह हो जाएंगे ! 
और *कई नकारात्मक प्रभाव आपके सचेत न रहने से देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले हैं !*

*इसीलिए आप सभी से करबद्ध निवेदन है कि सोशल डिस्टेंस का पालन करें , सरकारी निर्देशों के अनुसार ही कार्य करें !*

🙏🏻
*#नितेश #जावा* राहत कार्य