नज़रो की गली से आसुओं की टोली निकली है, लगता है जख्मों की बारिश हुई आज फिर दिल के शहर में, तभी तो खामोश जुबाँ की आज बोली निकली है। poem #nojoto #tst #nojotohindi #nojotoofficial #nojotokhabri #kalakaksh #poem #shayri #pain #thought