अपनी कल्पना के आकाश में पक्षी सम स्वछंद उड़ने का मन करता है और ख्यालात के तारों को कविता की माला में पिरोने का मन करता है अपने मन के चांद को अपनी भावनाओं से सराबोर करने का मन करता है लेकिन हकीकत हमेशा हमें असलियत के धरातल पर लाकर पटक देती है ।। -rimjhim #gif कल्पना #nojotohindi#कविता#poetry#Kalpana