Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं कलम की पुजारीन हूं कलम ही मेरी पूजा है, करूं इ

मैं कलम की पुजारीन हूं कलम ही मेरी पूजा है,
करूं इससे अगर मैं दगा गुनाह ना इससे बड़ा कोई दूजा है....!!
मैं कलम की पुजारीन हूं कलम ही मेरी पूजा है,
करूं इससे अगर मैं दगा गुनाह ना इससे बड़ा कोई दूजा है....!!